हिन्दुओं की आंख खोल देगी ये कविता, हर हिन्दू को इस कवियत्री की कविता जरूर सुननी चाहिये | Neha Sharma

 

 

विजली ने चमकारे Gujarati Bhajan by Ganga Sati

Source: https://www.youtube.com/watch?v=FYvTc71mpPI

(I will do some edits for correct words- SV)

विजली ने चमकारे, मोतीड़ा पिरोवी ल्यो पान बाई

अचानक अंधारा थासे जी जोतारे जोतामा दिवसो,

वेया जासे पान बाई एकवीस हज़ार छह सौ ने,

काल खाशे जान्या रे जेवी आ तो, अजान छे रे पान बाई ई

अधूरिया ने नौ कहवाये जी गुपत रास नो,

खेल छे आ अटपटो ने तमे आंटी रे मेलो तो समझाए जी

मान रे मूकीने तमे, आवो ने मैदान म्हारे जानी लेजो जीव केरी जात ने सजाती विजाती नी,

जुगती देखाडूं ने बीबे रे पाड़ी दऊँ बीजी भात जी पिंड रे ब्रह्माण्ड थी,

पर छे गुरूजी म्हारो एनो रे देखाडूं तमने देश जी गंगा रे सती तो,

एमज बोल्या ने नियान नहीं माया नो जराए लेश जी

Dr. Hariom Panwar :- पहले इनको संविधान की भाषा में समझादो ना मने तो फिर बुलडोजर की भाषा में \Sonotek

 

 

हिंदू की जमीन पर मस्जिद, रेलवे स्टेशन पर मजार, कोर्ट आदेश के बाद भी नहीं हटने दिया viral

Listen a poem after 3:40 minutes. Theme: Save Bengal from becoming a Kashmir.

https://youtu.be/FyIYfp-lpxw?t=260