लव जिहाद से बचने के 10 अचूक उपाय


Source: https://www.youtube.com/watch?v=1wBS0-lI47M

Comment by Mr Stranger

लव जिहाद से बचने के 10 अचूक उपाय

1. किसी भी मुसलमान पर भरोसा न करना, उससे ज्यादा बातचीत, दोस्ती या व्यक्तिगत संबंध जैसे की घर आना-जाना वगैरह न करना फिर चाहे वह मुसलमान सहपाठी हो, साथ में काम करनें वाला हो, पड़ोसी हो, टीचर हो, जिम-डांस वगैरह सिखाने वाला हो वगैरह वगैरह. किसी भी मुसलमान लड़के के साथ रिलेशनशिप, लिव इन, अकेले आना जाना या शादी जैसी भूल बिल्कुल न करें.किसी भी मुसलमान लड़के को राखी बांधकर भाई बनाने जैसी मूर्खता बिल्कुल भी न करें क्योंकि इनके लिए गैर मुस्लिम लड़कियां खासकर हिंदू लड़कियां सिर्फ और सिर्फ भोग की वस्तु हैं. कोई भी मुसलमान दोस्त अगर अधिक दोस्ती बढ़ाने के बाद धार्मिक मामलों पर चर्चा शुरू करता है या करती है, इस्लाम की अच्छाई और हिंदू धर्म की बुराई करने लग जाए ऐसे में तुरंत सतर्क हो जाना है और दूरी बना लेना है.

2. इस मामले में हिंदू लड़कों को भी सावधानी बरतने की आवश्यकता है. किसी भी मुसलमान लड़के से ज्यादा दोस्ती न बढ़ाना, उसे अपने घर पर बुलाना या उसका घर पर आना जाना न करना आवश्यक है. यदि किसी कारणवश मुसलमान लड़के का घर आना-जाना हो भी रहा है तो घर की सभी बच्चियों, लड़कियों और महिलाओं का उससे सावधान रहना अति आवश्यक है. यदि कोई मुसलमान लड़का किसी हिंदू लड़के से कहे कि उसकी जान पहचान किसी हिंदू लड़की से करवा दे या सैटिंग वगैरह कराने की बात कहे तो तुरंत मना कर देना.

3. नाम बदलकर हिंदू नाम रखकर मुसलमान लड़के हिंदू लड़कियों को फंसाते हैं, इसलिए निम्नलिखित लोगों से सावधान रहें.

(I) फेसबुक, इंस्टाग्राम वगैरह पर किसी भी अंजान व्यक्ति से दोस्ती करना या किसी अंजान व्यक्ति का फोन आए उससे किसी प्रकार की दोस्ती नज़दीकी न बढ़ाना

(II) स्कूल, कॉलेज, कोचिंग या ऑफिस वगैरह के बाहर कोई बाइक लेकर पीछा कर रहा है, फोन नंबर मांग रहा है, दोस्ती करने को कह रहा है उससे एकदम सावधान और सीधा मना कर देना.

(III) जिम, डांस वगैरह जैसी सीखने के लिए संस्था का ठीक तरह से जांच कर उसका चुनाव करना, जबतक जानकारी न हो वहां भी किसी अंजान व्यक्ति से नज़दीकी न बढ़ाना

(IV) किसी भी आम छोटी-मोटी दुकान, पार्लर, शोरूम वगैरह में फीडबैक के बहाने नंबर लेकर कोई बात बढ़ाने का प्रयास करे तो तुरंत सावधान हो जाना, ऐसी जगहों पर काम करने वालों की बातों में आकर किसी तरह की नज़दीकी न बढ़ाना

(V) कोई डिलीवरी ब्यॉय हो जैसे की कोई समान पहुंचाने वाला, दवा की आपूर्ति करनें वाला, या कोई अजनबी अंजान व्यक्ति किसी बहाने घर मदद मांगने आया हो और फिर घर के आसपास दिखने लगे और लड़की से बातचीत, दोस्ती बढ़ाने का प्रयास करने लगे तो तुरंत सावधान हो जाना.

(VI) किसी छोटी-मोटी फैक्ट्री या कंपनी वगैरह में काम करने वालों से सावधान रहना, ऐसी जगहों पर बहुत अधिक मामले आते हैं क्योंकि काम की तलाश में लड़की एक अंजान शहर में आई होती है और लव जिहाद को अंजाम देनें वाले ऐसी ही लड़कियों के ताक में रहते हैं इसलिए इन जगहों पर कोई भी अप्रोच कर रहा है तो नज़दीकी नहीं बढ़ानी है, अगर बात आगे बढ़ भी रही है तो लड़के के विषय में पूरी जानकारी उसके बैकग्राउंड से संबंधित हर तरह से आवस्त होनें के बाद ही कोई बड़ा कदम उठाएं.

(VII) इवेंट मैनेजमेंट, इंटर्नशिप वगैरह करनें वाली लड़कियों को भी बहुत निशाना बनाया जाता है क्योंकि उन्हें भी अपने काम के सिलसिले में अनेक अंजान शहरों में जाना पड़ता है जहां लव जिहाद की ताक में बैठे जिहादी संयोगवश तरीके से मुलाकात करते हैं फिर फंसा लेते हैं इसलिए ऐसी जगहों पर भी तुरंत नज़दीकी नहीं बढ़ानी है. मामला अगर बढ़े भी तो पूरी जानकारी पूरे बैकग्राउंड के विषय में आश्वस्त होने पर ही कोई कदम उठाएं.

(VIII) अपनी मुस्लिम दोस्तों से सावधान रहना, मुस्लिम लड़की अगर किसी लड़के से मिलवा रही है तो उससे तुरंत सतर्क हो जाना, मुस्लिम लड़की किसी ऐसी जगह ले जाने के लिए कह रही है जो जगह नहीं देखी है तो जानें से तुरंत इंकार कर देना और अगर जाना भी हो तो बाकी लड़कियों के साथ ग्रुप में.

(IX) किसी से बस, मेट्रो में मुलाकात हुई हो, ऑटो वगैरह में कोशिश यह करना कि अकेले सवारी न करें बाकी लोगों के साथ करें, जबतक व्यक्तिगत स्तर पर लड़की और उसके घरवालों को ऑटो ड्राइवर से संबंधित सारी जानकारी न हो तबतक एक ही ऑटो ड्राइवर के साथ आना-जाना वह भी अकेले बिल्कुल न करें क्योंकि ऐसे मामलों में भी इस तरह के अपराध को अंजाम दिया जाता है.

(The Hindus, with unity, need to boycott Muslims socially and economically until they quit Islam or quit Bhaarat. Additionally, became they are violent and keep arms, the Hindus need to be able to know how to fight and win, and keep arms.

jaya sri krishna!

Suresg Vyas)

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Author: Vyasji

I am a senior retired engineer in USA with a couple of masters degrees. Born and raised in the Vedic family tradition in Bhaarat. Thanks to the Vedic gurus and Sri Krishna, I am a humble Vedic preacher, and when necessary I serve as a Purohit for Vedic dharma ceremonies.

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