Source: https://www.youtube.com/watch?v=okgSd-11QGU
Comment by Mr. Stranger
सेक्युलर हिंदुओं के विचार और उनको मेरे जवाब (पार्ट-1) –
1:- विचार – ‘हमें सुकून और शांति चाहिए!’ जवाब – आखिर आपकी सुकून और शांति कब तक रहेगी यदि आपके साथ ही आपके आस्तीन के हरे सांप भी सुकून और शांति से पल रहे हों ? कश्मीरी हिन्दू भी तो शांति से रहते थे और शांति चाहते थे पर क्या मिला?
2:- विचार – ‘अपन भले तो जग भला!’ जवाब – अगर जग भला होता तो आप अपने घर के दरवाजे खुले रखकर सोते, जैसे चेन स्नेचर मौके की फिराक में रहते हैं बस वैसे ही मुसलमान भी दूसरों का धर्म भ्रष्ट बल्कि नष्ट करने की फिराक में रहते हैं । अखंड भारत का खंड-खंड होना हमारी भलमनसाहत का ही नतीजा है।
3:- विचार – ‘एपीजे कलाम, अशफाक उल्ला खान, अब्दुल हमीद भी तो मुसलमान ही थे! जवाब – अगर आप अच्छे मुसलमानों के नाम मुझे गिनाएंगे तो मैं उन्हें अपनी ऊंगलियों पर गिन लूंगा पर जब मैं बुरे मुसलमान आपको गिनवाऊंगा तो आपके सर के बाल भी कम पड़ जाएंगे। डकैतों के घर में कोई अच्छा बच्चा पैदा होने का यह मतलब नहीं होता की डकैत अच्छे होते हैं। गिने-चुने गुजरे हुए अच्छे मुसलमानों का नाम लेकर आज के करोड़ों गद्दार मुसलमानों को वैसे ही माफ नहीं किया जा सकता जैसे एक समय की एकमात्र देशभक्त पार्टी कांग्रेस आज देशद्रोही यानि पाकिस्तान प्रेमी और हिंदू विरोधी पार्टी बन चुकी है ।
4:- विचार – ‘सभी धर्मों में कुछ लोग खराब होते हैं!’ जवाब – माना की मुसलमानों में कुछ खराब हैं, कुछ दंगाई हैं, कुछ बलवाई/पत्थरबाज/गद्दार/आतंकवादी हैं, कुछ आतंकियों के जनाजे में शामिल होते हैं, कुछ आतंकियों की पैरवी करते हैं, कुछ दर्जनभर बच्चे पैदा करने में लगे हैं, कुछ पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाते हैं तो कुछ पाकिस्तान की क्रिकेट में जीत पर आतिशबाजी करते हैं, कुछ देश के टुकड़े करने की सरेआम धमकी देते हैं, कुछ संविधान के ऊपर शरिया चाहते हैं, कुछ राष्ट्रगान के समय बैठे रहते हैं, कुछ ‘वन्देमातरम्’ और ‘भारत माता’ शब्द पर आपत्ति लेते हैं, कुछ मज़हबी घुसपैठियों के समर्थक हैं, कुछ हिंदू भगवानों का अपमान करते हैं, कुछ हिंदुओं की गौमाता को बीच सड़क पर काट देते हैं, कुछ निजाम-ए-मुस्तफा के नारे के साथ घाटी के हिंदुओं का कत्लेआम करते रहे हैं, कुछ .. कुछ .. कुछ ..! क्या अब भी आप इन्हें कुछ ही कहेंगे ?
5:– विचार – ‘हमें मिलजुल कर देश को आगे ले जाना है!’ जवाब – आगे मतलब कहां ले जाना है क्योंकि दुनिया के टॉप 33 विकसित देशों में एक भी इस्लामिक देश नहीं है (as per World Population Review) तो आप इनके साथ मिलकर अपने देश को केवल इस्लामिक देश बना सकते हैं विकसित देश नहीं ! कश्मीर घाटी व उस जैसी अन्य सभी जगह इन्होंने कौन सा मेलजोल रखा ? क्या मेलजोल का ठेका केवल हम हिंदुओं का ही है ? देश को आगे हम हिंदू ही तो ले जा रहे हैं ये मुसलमान तो पीछे खींच रहे हैं दर्जनभर बच्चे पैदा करके, आतंकी हमलों का मौन समर्थन करके, निरक्षर रहकर, नगण्य आयकर भरकर, फ्री बिजली-पानी इस्तेमाल कर, सरकारी फ्री चिकित्सा भरपूर लेकर, अंगदान न करके, अपने औसत से अधिक जेलों में रहकर, घुसपैठियों को शरण देकर, सीबीएसई नहीं मदरसों से जिहादी शिक्षा लेकर, हज के लिये सब्सिडी लेकर (कांग्रेस शासन में), अचल संपत्ति की आपसी खरीद-बिक्री की काजी के यहां की लिखापढ़ी से रजिस्ट्री शुल्क न देकर आदि ..!
“अगर किसी सेक्युलर हिंदू भाई को मेरे इस मैसेज में कोई गलती दिखती हो या उसका कोई अन्य विचार हो तो मुझे रिप्लाय करे, मैं नोटिफिकेशन मिलने पर उसे जवाब जरूर दूंगा क्योंकी मै गजवा-ए-हिंद के विरुद्ध उसके (सेक्युलर हिंदू भाई ke) हिस्से की भी लड़ाई लड़ने के लिये कटिबद्ध हूं.”
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Below comment by Sri Pushpebdra Kulashreshtha