आयिशा को मेरे उत्तर
एक मुस्लिम बहन आयिशा ने बाबा रामदेव से कुछ सवाल किये वो वार्तालाप ये लिंक पर है:
http://www.bharatswabhimansamachar.in/?p=2676#respond
आयिशा ने कहा की कोंग्रेस कुछ आशा देते हेई और मत लेते है, परन्तु कुछ करते नहीं है.
मेरा उत्तर: कोंग्रेस को मत देना छोड़ दो.
आयिशाने कहा की वो बुरखा पहेनते हेई तो लोग शक से देखते है की ये कोई आतंकी है.
मेरा उत्तर: भारत देश हजारो साल से हिन्दू का देश है. यहाँ हजार साल से इस्लाम जबरदस्ती घुसा हुवा है. एक हजार साल से इस्लाम ने भारत में और दुसरे देशोमे घुश कर आतंक किया है और अबी भी कर रहा है. इसलिए बुरखे वाले पर भयसे शंका करना कोई बुरी बात नहीं है.
देश का कायदा नहीं कहता है की आप बुरखा पहेने. इसलिए बुरखा पहनना छोड़ दो.
आहिशाने कहा की वो उर्दू पढ़ी है और नौकरी नहीं मिलती है.
मेरा उत्तर: जिनको नौकरी नहीं है वैसे लोग हिन्दू भी है और मुस्लमान भी है.
परन्तु उर्दू भाषा भारतकी नहीं है. उसको पढनेकी कोई जरुरत नहीं है.
हिंदी पढो, संस्कृत पढो. वो भारत की भाषाए है. हिन्दुस्तानी होने का गौरव करो.
दूसरी बात: आपको ये भी पूछना चाहिए की पाकिस्तानमे और बँगला देश में हिन्दुओ को क्यों मार डाला जाता है? कश्मीर में से हिन्दू पंडितो को मुसलमानों ने क्यों भगाया है?
उत्तर ये है की कुरान ये कहती है की है की काफिरों को मुसलमान बना दो, अगर वो ना माने तो मार डालो. कुरान मुस्लिम स्त्रिओ को कुछ हक़ नहीं देती है. १९४७ की साल में हिन्दुओ को हिंदुस्तान काटने की इच्छा नही थी. मुसलमानों ने कहा की देश को काटो और पाकिस्तान करो, नहीं तो हम हिन्दुओ के साथ युद्ध करेंगे. अगर हुन्दो ने युद्ध करने का पसंद किया होता तो बहुत मुसलमान मारे गए होते. देश को कटवाया गया. और भीर भी आप के पिता या दादाने हिंदुस्तान में रहने का पसंद किया. तो अब इस्लाम छोड़ दो. अगर मुसलमान रहने का आग्रह करते हेई तो फिर पाकिस्तान में जा के रहो.
हिन्दू ओ का धर्मं पुस्तक गीता है. कुरान का सन्देश गीताके सन्देश से उलटा है. इसी लिए ये दोनों विरुद्ध धर्मं एक साथ शांति से नहीं रहा शकते. तो भारत के सब मुसलमान इस्लाम छोड़ दे तो देश में शान्ति होगी, और उनके हिन्दू पूर्वज भी राजी होंगे.
दुसरा ये तरिका है:
अगर आपको भारतमे मुसलमान बनकर ही रहना है तो ये करो:
– बुरखा पहनना छोड़ दो
– उर्दू पढ़ना छोड़ दो
– मस्जिद जाना छोड़ दो
– बच्चो को मस्जिद मत भेजो
– बच्चो को मदरसा में मत भेजो
– हज्ज जाना छोड़ दो
– मुल्ला को मिलना और सुनना छोड़ दो
– शरिया के कायदे का सहारा लेना छोड़ दो
– अपना मुस्लिम नाम छोड़ दो कोई हिन्दुस्तानी नाम रखो
– बच्चो का मुस्लिम नाम ना रखो
– अगर कोई मुस्लिम आपके ऊपर जबरदस्ती करे तो पुलिस में शिकायत करो
– कुरान पढ़ना या सुनना छोड़ दो
यदि आप ये सब करेंगे तो बाबा रामदेव जी बहुत राजी होंगे, और सब हिन्दू राजी होंगे.
अगर ऐसा नहीं कर शकते तो फिर पाकिस्तान में रहो या अरबस्तान में रहो.