Source: https://www.youtube.com/watch?v=3Lobm8ud8Vo
Comment bu Dilip Biswas
#2 अक्टूबर…
ना ‘गाँधी’ मेरा ‘बापू’ था और ना मैं उसका बेटा,
किसने उसको बनाकर ‘बापू’ सबके साथ लपेटा?
ना मैं ‘उससे’ सहमत था और ना कभी भी हूँगा,
कोई हाथ लगा दे मुझको क्या दो ना उसको दूँगा?
‘अहिंसा’ का किया दिखावा, खेल कुछ ऐसा खेला,
भगत सिंह के साथ किया जो, कैसे कोई भूला?
झूठे फ़रेब का जाल बिछाकर, उसको ‘महान’ बनाया,
शर्मसार किया ‘ब्रम्हचर्य’ को, फिर कैसे ‘साफ़’ बताया?
जो सच्चे थे ‘लाल बहादुर’ उनका सम्मान घटाया,
क्या गलती थी ‘शास्त्री जी’ की जो उनको आज भुलाया?
– दिलीप बिस्वास
(सनातनी भारतीय)